देहरादून : आखिरकार जीत गई जिंदगियां। सुरंग से बाहर सकुशल निकाल लिए गए सभी मजदूर। प्राथमिक परीक्षण के बाद श्रमिकों को चिन्यालीसौड़ स्थित अस्पताल ले जाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपडेट ले रहे हैं।
शाम को रेट माइनर्स को ड्रिलिंग करने में सफलता मिल गई। इसके बाद मजदूरों को निकालने के लिए पाईप डाला गया। मजदूरों को बाहर निकालने की जिम्मेदारी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को सौंपी गई है। दोनों संस्थाओं के जवान सबसे पहले सुरंग के अंदर पहुंचे।
7 बजे अंदर गए जवानों ने मजदूरों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। आठ बजे तक 17 मजदूरों को निकाला जा चुका था। साढ़े आठ बजे तक 33 मजदूर सुरंग से बाहर आ गए थे। 8.45 बजे तक सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। बाहर आने पर शॉल ओढ़ाकर और माल्यार्पण कर श्रमिकों का स्वागत किया गया।
केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुरंग में ही मौजूद हैं। पहला मजदूर जैसे ही बाहर आया केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह और मुख्यमंत्री धामी ने उससे मिले और हाल पूछा। टनल साइट का पूरा इलाका बाबा बौखनाग और भारत माता की जयकारों से गूंजता रहा।
जो मजदूर बाहर आ रहे थे,सुरंग में मौजूद मेडिकल टीम द्वारा उनका प्राथमिक परीक्षण किया गया। इसके बाद एंबुलेंस से उन्हें चिन्यालीसौड़ ले जाया गया। पांच-पांच एंबुलेंस एक साथ चिन्यालीसौड़ के लिए रवाना हुई। वहां सामुदायिक केंद्र में इन्हे भर्ती कराया जाएगा। वहां 41बेड तैयार रखे गए हैं। रास्ते में कोई दिक्कत न हो इसके लिए टनल साइट से चिन्यालीसौड़ तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है।
मालूम हो कि उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा के पास सुरंग का निर्माण चल रहा है। दिवाली वाले रोज काम करते वक्त अचानक हुए भूस्खलन से मलबा भर जाने से 41 मजदूर सुरंग में फंस गए थे। 17वें दिन आज सफलता मिली है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा है कि ‘सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने रेस्क्यू कार्य में जुटे सभी एजेंसियों और विशेषज्ञों का आभार जताया। सीएम ने रेस्क्यू के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
सच हुई बाबा बौखनाग की भविष्यवाणी
यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग पर 12 नवंबर से फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर चर्चा में आए क्षेत्र के आराध्य देव बाबा बौखनाग की भविष्यवाणी आज सही साबित हुई। बौख के पश्वा, माली, संजय डिमरी ने वचन दिया था कि अगले तीन दिन में सुंरग में फंसे मजदूर सुरक्षित निकाल लिए जाएंगे। इस बीच न कोई अड़चन आएगी और आज ठीक तीसरे दिन मजदूरों को बाहर निकलने का रास्ता साफ हुआ।