Dehradun Crime : प्रेमी ने छुटकारा पाने को मार डाला मां व दो बच्चों को. शवों को दबा दिया था सूखे नाले के कूड़े में. बस टिकट से हुआ पर्दाफाश

देहरादून : पटेलनगर थाना क्षेत्र में बडोवाला में स्थित सूखे नाले में सड़े-गले तीन शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। गुरुवार को देहरादून पुलिस ने तीनों शवों की शिनाख्त के साथ ही हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। शव मां व उसकी दो बेटियों के निकले। नहटौर ( बिजनौर ) से बुलाकर तीनों की हत्या कर शव नाले में फेंके गए थे। हत्यारोपी के महिला से संबंध थे, उससे छुटकारा पाने के लिए उसने मां-बेटियों की हत्या की थी।

पटेलनगर के बडोवाला क्षेत्र में 25 जून की शाम पेट्रोल पंप से आगे सूखे नाले से एक शिशु और एक बच्ची की लाश सड़ी-गली अवस्था में मिली। दोनों शवों की शिनाख्त से लिए अगले दिन पुलिस ने घटनास्थल पर सर्च अभियान चलाया। इस दौरान कूड़े के ढेर के नीचे महिला का सड़ा गला शव बरामद हुआ। दो दिनों में तीन शव मिलने से हडकंप मच गया। इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल के आसपास पड़े कूड़े में पड़े संदिग्ध सामान, बैग आदि को एकत्रित किया। कई टीमें गठित कर मुजफ्फरनगर, सहारनपुर व बिजनौर जिलों में महिला व दो बच्चियों की गुमशुदगी से संबंधित जानकारी जुटाई गई लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली।

सर्च अभियान के दौरान एक कूरियर कंपनी का नीले रंग का बैग मिला था। जिसमें महिला और बच्चों के कपड़े और अन्य सामान था। पास ही एक पर्पल कलर का लेडीज पर्स भी पुलिस को मिला। साथ ही नाले के समीप स्थित फैक्ट्री के पास रोडवेज बस का एक टिकट मिला,जो नहटौर (बिजनौर, यूपी) से देहरादून का था। टिकट एक बालिग और एक नाबालिग का था। इसके बाद पुलिस फैक्ट्री में पहुंची तो वहां कूरियर कंपनी के वैसे ही नीले रंग के बैग वहां रखे थे। फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मियों के बारे में पूछा तो पता लगा कि वहां एक कर्मचारी हसीन नहटौर का रहने वाला है। इस पर पुलिस ने हसीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के मुताबिक पूछताछ में हसीन ने बताया कि वह तलाकशुदा है और पिछले 2 सालों से उसका मृतक महिला रेशमा से प्रेम प्रसंग चल रहा था। रेशमा भी तलाकशुदा थी, वह हसीन पर लगातार शादी करने का दबाव बना रही थी। रेशमा समय-समय पर उससे खर्चों के लिए पैसों की मांग भी करती थी। हसीन ने उससे पीछा छुड़ाने के लिए 23 जून को रेशमा को देहरादून बुलाया था। रेशमा अपनी बेटी आयत (15) व आयशा (8माह) के साथ देहरादून पहुंची थी। वह उन तीनों को अपने साथ टिम्बर फैक्ट्री ले आया। रात को सोने के बाद उसने तीनों की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर शवों को फैक्ट्री के पीछे स्थित सूखे नाले में फेंक दिया।

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