
देहरादून : दून पुलिस ने बुजुर्ग की निर्मम हत्या के मामले में मुख्य आरोपी दम्पति को गिरफ्तार किया है। बुजुर्ग की अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने की थी योजना। विरोध करने पर बुजुर्ग को मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में दो लोगों को पुलिस पहले ही पकड़ चुकी है।
पटेलनगर थाना कोतवाली क्षेत्र के पीठावाला चंद्रमणी निवासी निधि राठौर पुत्री श्याम लाल ने सात फरवरी को पटेलनगर कोतवाली में अपने पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बताया गया कि उसके पिता श्याम लाल गुरुजी दो फरवरी को मोटर साइकिल से बिना बताए घर से कहीं कहीं गए थे। इसके बाद वह वापस नहीं आए।
मामले की गंभीरता को देख वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गुमशुदगी को अपहरण में दर्ज कराकर जांच को विशेष टीम गठित कर दी। टीम ने गुमशुदा श्यामलाल की तलाश हेतु उनके घर व आस पास के मार्गाे की सीसीटीवी फुटेजों का अवलोकन किया, तो श्यामलाल एक महिला गीता के घर के पास तक जाते हुए दिखाई दिया। लेकिन उसके वापस आने की कोई भी फुटेज पुलिस को प्राप्त नही मिली। उक्त संदिग्ध महिला गीता व उसके पति के सम्बंध में जानकारी की गईं तो पता चला वे वहां से गायब हैं और उनके मोबाइल नंबर भी बंद थे।
सर्विलांस के माध्यम से कुछ अन्य संदिग्ध नम्बर प्रकाश मे आए, जिनके आधार पर पुलिस ने संदिग्ध महिला गीता के मायके देवबंद (सहारनपुर) में दबिश दी। पुलिस ने वहां से गीता के भाई अजय कुमार पुत्र रामपाल को पूछताछ हेतु हिरासत में ले लिया। पूछताछ में अजय ने बताया कि गीता तथा उसके पति हिमांशु चौधरी ने श्याम लाल की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने (अजय ) अपने दूसरे बहनोई धनराज चावला पुत्र संजय चावला निवासी कैलाशपुर कॉलोनी थाना देवबंद (सहारनपुर) के साथ मिलकर शव को ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने अभियुक्त धनराज चावला को भी देवबंद से गिरफ्तार कर लिया।
अजय व धनराज ने बताया कि गीता व उसके पति हिमांशु ने श्यामलाल की हत्या कर शव के टुकड़े कर दिए थे। शव के इन टुकड़ों को उन्होंने देवबंद स्थित साखन की नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर 20 फरवरी को मृतक श्यामलाल के शव के टुकड़ों को सहारनपुर के बडगांव थाना क्षेत्र से बरामद कर लिया। उधर, पटेलनगर कोतवाली प्रभारी प्रदीप सिंह राणा व एसओजी प्रभारी विनोद गुसाई के नेतृत्व में टीम ने गीता व उसके पति हिमांशु को अमृतसर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया।
*पुलिस पूछताछ का विवरण*
अभियुक्ता गीता के मृतक श्याम लाल से विगत 12 वर्षों से अवैध सम्बन्ध थे, जिसके चलते वह पिछले 03 सालों से अपनी पुत्री के साथ अपने पहले पति से अलग रह रही थी। मई 2024 में उसने नई बस्ती, सुनहरा रोड़ रुड़की निवासी हिमांशु चौधरी से मन्दिर में शादी की थी। हिमांशु देहरादून से एमबीबीएस की पढाई कर रहा था तथा बार-बार ड्राप आउट होने के कारण उसकी पढाई पर काफी खर्चा हो गया था। पैसों की तंगी को पूरा करने के लिये दोनो ने श्यामलाल की अभियुक्ता गीता के साथ अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर उससे पैसा ऐंठने की योजना बनाई।
योजना के मुताबिक अभियुक्तों द्वारा किशननगर एक्स्टेंशन में एक अन्य कमरा किराये पर लिया। जहां दो फरवरी को गीता ने श्याम लाल को फोन कर वहां बुलाया लिया, हिमांशु चौधरी पहले से ही वहां मौजूद था, जो छिपकर दोनो की अश्लील वीडियो बनाने की फिराक में था। कमरे में पहुंचने के बाद श्यामलाल उन दोनों की योजना की भनक लगने पर जोर-जोर से हल्ला करने लगा। इस दौरान अभियुक्तों द्वारा उस पर काबू करने का प्रयास किया गया परन्तु श्यामलाल के लगातार चिल्लाने पर दोनो ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
अगले दिन गीता ने घटना की जानकारी देकर अपने भाई अजय व बहनोई धनराज को बुला लिया और उन्हें शव को ठिकाने लगाने को कहा। इसके बाद वे शव के टुकड़े कर अपने साथ ले गए और फिर उन्हें नदी में फेंक दिया। साथ ही श्यामलाल की मोटर साईकिल को आईएसबीटी के पास सडक किनारे एक खाली प्लाट में खड़ा कर चम्पत हो गए।