Piran Kaliyar : पाकिस्तानी मुस्लिम जायरीनों को भेंट की गई गीता-गंगाजल और रुद्राक्ष की माला, पाकिस्तान के मंदिरों में करेंगे स्थापित

पिरान कलियर में 755 वां उर्स चल रहा है, उर्स में दुनियाभर से जायरीन जियारत के लिए आए हैं, पाकिस्तान से इस बार 107 जायरीनों का जत्था पहुंचा है, उत्तराखंड सरकार की ओर से उन्हें गीता, गंगाजल और रुद्राक्ष की माला भेंट की गई, पाकिस्तानी जायरीनों ने वादा किया है इन धार्मिक सामग्रियों को वहां के मंदिरों में स्थापित करेंगे

हरिद्वार (उत्तराखंड): रुड़की के पास स्थित दरगाह पिरान कलियर में इन दिनों 755वां सालाना उर्स चल रहा है। विश्व प्रसिद्ध यह दरगाह मुस्लिम जायरीनों की अगाध श्रद्धा का केंद्र है।

उर्स में देश विदेश से जायरीन जियारत के लिए आते हैं। इस बार पाकिस्तान से 107 मुस्लिम जायरीन जियारत करने पिरान कलियर आए हैं। जिन्हें उत्तराखंड सरकार की तरफ से गीता, गंगाजल और रुद्राक्ष की माला भेंट की गई है।

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने पाकिस्तान से आए 107 सदस्यीय दल का खैरमकदम किया। ये सभी जायरीन साबिर पाक की दरगाह पर जियारत करने के लिए पहुंचे हैं।

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने इन सभी जायरीनों को गीता, गंगाजल और रुद्राक्ष की माला भेंट कर सम्मान किया। शादाब शम्स ने कहा कि हमारी संस्कृति अतिथि देवो भव: वाली है, इसीलिए सभी पाकिस्तानी जायरीनों का स्वागत किया गया है।

हिंदू धर्म की पवित्र धार्मिक सामग्रियां भेंट कर संदेश दिया गया कि वो भी पाकिस्तान में हिंदुओं का सम्मान करें। साथ ही गीता, गंगाजल, रुद्राक्ष माला को वहां के मंदिरों में स्थापित करें।

पाकिस्तानी जायरीनों ने वादा किया कि वापस पाकिस्तान जाकर वहां के मंदिरों में इन सबको स्थापित करेंगे। यही नहीं इसका वीडियो भी बनाकर भेजेंगे।

शादाब शम्स ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों का सम्मान देश के 150 करोड़ सनातनी हिंदुओं की तरफ से किया गया है। पाकिस्तानी जायरीनों का उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने शॉल ओढ़ा कर सम्मान भी किया।