देहरादून : उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे में रेस्क्यू अभियान छठे दिन भी जारी है। अभी तक 24 मीटर तक ड्रिलिंग हो गई है। बैकअप के लिए इंदौर से एक और मशीन मंगवाई जा रही है।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग में बीते रविवार तड़के हुए हादसे में तकरीबन 40 मजदूर फंसे हैं। मजदूरों को बचाने को पांचवे दिन भी सुरंग में ड्रिलिंग व राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मजदूरों से संवाद भी किया जा रहा है।
मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सुरंग में आए मलबे में जैक एंड पुश अर्थ ऑगर मशीन से ड्रिलिंग जारी है। गुरुवार को केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने सिलक्यारा में साइट पर पहुंचकर निरीक्षण किया था।
बैकअप के लिए एक और मशीन इंदौर से मंगवाई जा रही है। वर्तमान में काम कर रही मशीन में किसी भी तरह की खराबी आने पर बैकअप मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। शुक्रवार सुबह ड्रिलिंग के वक्त एक बोल्डर मशीन के आगे आ गया था। अमेरिकी ऑगर मशीन से 900 एमएम व्यास के करीब करीब 10 से 12 पाइप डाले जाने हैं।
सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे ऑपरेशन पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) लगातार नजर बनाए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभियान की प्रगति का लगातार अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में यह बात कही। सुरंग निर्माण में बरती गई लापरवाही से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि हमारी अभी सबसे पहली प्राथमिकता 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की है।
इधर, श्रीनगर में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सुरंग में घटना घट जाने के बाद ह्यूम पाइप डाले जा रहे हैं जबकि सुरंग बनने के साथ ही ह्यूम पाइप डाले जाने चाहिए थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सुरंग में फंसे लोगों के परिजनों के साथ सुरंग के बाहर दुर्व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब दीपावली का अवकाश था तो उस दिन सुरंग के अंदर काम क्यों किया जा रहा था।