Dehradun White Caller Crime. : दून पुलिस का व्हाइट कॉलर क्रिमिनल्स पर बडा प्रहार, बिल्डर बनकर फ्लैट देने के नाम पर मोटी रकम ऐंठने वाले दो दंपति गिरफ्तार, करोड़ों लेकर हुए थे फरार

दून में लोगों को बिल्डर बनकर फ्लैट देने के नाम पर करोड़ों रुपए लेकर हुए थे फरार, पंजाब में रह रहे थे ऐश से, अलग-अलग प्रोजेक्टों में निवेश कराने के नाम पर निवेशकों व बैंकों के करोड़ो रूपए हडप चुके हैं, विभिन्न थानों में दर्ज हैं धोखाधड़ी के दर्जन भर मुकदमे, स्पेशल टीम ने किया गिरफ्तार

देहरादून : बिल्डर बनकर फ्लैट देने के नाम पर निवेशकों और बैंकों से करोड़ों रूपए हड़प कर फरार चल रहे दो दंपति को दून पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी गिरोहबंद तरीके से फ्लैट देने के फर्जी एग्रीमेंट कर निवेशकों और बैंक से करोड़ों की रकम हड़प कर फरार हो गए थे।

अभियुक्त बेहद शातिर किस्म के अपराधी हैं, जिनके विरुद्ध जनपद के विभिन्न थानों में गैंगस्टर सहित धोखाधडी के एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के लगातार प्रयासों के बाद भी नही आ रहे थे पकड़ में, गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार बदल रहे थे ठिकाना। अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसएसपी अजय सिंह ने किया स्पेशल टीम का गठन किया था। एसएसपी टीम की मॉनिटरिंग खुद कर रहे।

पुलिस के अनुसार एसए बिल्डटेक कम्पनी के फाउंडर प्रेमदत्त शर्मा द्वारा अपने अन्य सहयोगियों सुनीता शर्मा, अराधना शर्मा, अरूण सेगन तथा गौरव आहूजा के साथ मिलकर धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए हड़पे गए।

इन लोगों ने राजपुर क्षेत्रान्तर्गत मालसी में आर्टिगो रेजीडेंसी के नाम से बहुमंजिला आवासीय परिसर में फ्लैट विक्रय करने के नाम पर लोगों से करोडों रुपए निवेश करवाया गया। लेकिन निवेशकों को न तो फ्लैट पर कब्जा दिया गया और न ही रजिस्ट्री की गई। उक्त व्यक्तियों ने धोखाधडी से आपराधिक षडयंत्र रचकर लोगों की धनराशि को हड़प लिया गया।

अभियुक्तगणों द्वारा स्वयं को आईसीआईसीआई बैंक से एप्रूवड बताकर वर्ष 2014 में *आर्टिगो अपार्टमेंट* के नाम से प्रोजेक्ट के नाम पर धोखाधड़ी की गई। लोगों से उक्त प्रोजेक्ट में निवेश करने की एवज में उन्हें फ्लैट उपलब्ध कराने से सम्बन्धित एग्रीमेंट किए गए।

आईसीआईसीआई बैंक से उक्त लोगों के नाम पर फ्लैट के एवज में लोन पास करवाते हुए उक्त धनराशि को अपने खातों में प्राप्त किया गया। लेकिन क्रेताओं/निवेशकों को न तो फ्लैट उपलब्ध कराए गए और न ही रजिस्ट्री सम्बन्धित कोई भी कागजात दिए गए।

अर्टिगो रेजिडेंसी की जमीन के स्वामी ने भी आरोप लगाया कि अभियुक्तगण द्वारा उनके साथ एक जॉइंट MOU बनाया गया था। जिसमें वादी द्वारा अपनी जमीन अर्टिगो रेजिडेंसी प्रोजेक्ट बनाने के लिए दी थी, जिसमें कंस्ट्रक्शन अभियुक्तगणों को करना था, और वे दोनों प्रोजेक्ट में 50-50% के पार्टनर थे। लेकिन अभियुक्त द्वारा सारे फ्लैट स्वयं बेच दिए गए और वादी को उसके पैसे नहीं दिए।

इधर, भारतीय स्टेट बैंक शाखा न्यू कैण्ट रोड के अधिकृत अधिवक्ता विजय भूषण पांडे ने भी एसए बिल्डटेक के साझेदार प्रेमदत्त शर्मा, सुनीता शर्मा, विजय लवाई, अराधना शर्मा आदि के खिलाफ धोखाधड़ी कर मोटी रकम हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया। जिसके अनुसार वर्ष 2013 में रायपुर क्षेत्र में *लवाई अपार्टमेंट* के नाम पर प्रोजेक्ट शुरू करने और उसमें लोगों को फ्लैट देने के नाम पर धोखाधड़ी की गई।

इसके एवज में भवन निर्माता द्वारा एसबीआई बैंक से एक त्रिपक्षीय अनुबंध पत्र सम्पादित कराया। इसके बाद चार खरीददारों के नाम से बैंक लोन एप्रुवड कराकर उक्त धनराशि को अपने खातों में प्राप्त कर लिया। यही नहीं उक्त फ्लैटों के विक्रय पत्र किसी अन्य के नाम पर सम्पादित करते हुए बैंक के एक करोड़ बीस लाख पचास हजार रूपए हड़प लिए।

आरोपियों पर दर्जन भर मुकदमे

इन आरोपियों के खिलाफ राजपुर थाने में सात और नगर कोतवाली में पांच मुकदमे दर्ज हैं। ये सभी विभिन्न अभियोगों में लगातार फरार चल रहे थे। जिनके विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वांरट भी जारी किए गए थे। इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है।

गिरफ्तार अभियुक्तगण

1- प्रेम दत्त शर्मा पुत्र स्वर्गीय यज्ञ दत्त शर्मा निवासी ग्राम तखतगढ़ थाना नूरपुर बेदी जिला रूपनगर पंजाब
2- सुनीता शर्मा पत्नी प्रेम दत्त शर्मा निवासी उपरोक्त
3- अरुण सेगन पुत्र विजय सैगन निवासी उपरोक्त
4- आराधना शर्मा पत्नी अरुण सेगन निवासी उपरोक्त

” व्हाइट कालर क्रिमिनल कितने भी शातिर क्यों न हों उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति को जब्त किया जाएगा।” अजय सिंह, एसएसपी

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