देहरादून : दून पुलिस ने हरिद्वार व देहरादून में नकली दवा कंपनी का भंडाफोड़ किया है। 29 लाख से ज्यादा कीमत की नकली दवाएं/कैप्सूल्स बरामद किए गए हैं। कंपनी के दोनों मालिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। नकली फैक्ट्री,मशीनें, रैपर और दस्तावेज सीज कर दिए गए हैं।
JAGSONPAL PHARMACEUTICALS LIMITED के डिप्टी मैनेजर विक्रम रावत निवासी अशोक विहार, गुरुग्राम ने 14 अक्तूबर को थाना रायपुर में प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें कहा गया था कि सचिन शर्मा प्रोपराईटर एसएस मेडिकोज अमन विहार, देहरादून द्वारा अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर वादी की कम्पनी JAGSONPAL PHARMACEUTICALS LIMITED के नाम से जालसाजी, कूटरचना व धोखाधडी कर नकली/मिलावटी दवाइयां बेची जा रही हैं। जिसके बाद रायपुर थाने में सचिन शर्मा के विरुद्ध धोखाधड़ी,जालसाजी और कूटरचित दस्तावेजों नकली दवाएं बेचने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी डोईवाला के नेतृत्व में थाना रायपुर व एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम गठित करते हुए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। जांच के दौरान पता चला कि नामजद अभियुक्त सचिन शर्मा की अमन विहार में एक मेडिकल शॉप है। पुलिस ने तत्काल अभियुक्त सचिन शर्मा व उसके पार्टनर विकास कुमार को पॉलिटेक्निक रोड धर्मकांटा रायपुर के पास से रेंज रोवर गाडी के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। इनके कब्जे से वाहन में रखी इन्डोकेप व इन्डोकेप एसआर दवाइयों के 24 डिब्बे कुल 7200 कैप्सूल नकली दवाइयां बरामद हुई।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त गणों ने बताया कि उनकी मकदूमपुर गांव में एक फर्जी फैक्ट्री है तथा गोदावरी रूडकी स्थित फ्लैट में उनके द्वारा नकली दवाइयां व उससे सम्बन्धित सामग्री रखी हुई, जिसे वह मूल दवाई की कम्पनी के नाम से विभिन्न राज्यों में सप्लाई करते है । पुलिस ने अभियुक्तगणों की निशानदेही पर मकदूमपुर गांव निकट लकनौंता चौराहा झबरेडा हरिद्वार स्थित फैक्ट्री व अभियुक्त सचिन शर्मा के गोदावरी रूडकी हरिद्वार स्थित फ्लैट से भारी मात्रा में नकली दवाइयाँ, नकली दवाइयां बनाने के उपकरण,नकली दवाइयां बनाने के लिए कच्चा माल व अन्य सामग्री बरामद कर ली। मकदूमपुर स्थित फैक्ट्री को सील कर दिया गया ।
जल्द बनना चाहते थे करोड़पति
अभियुक्त सचिन शर्मा ने बताया कि वह विकास को पहले से जानता था। सचिन स्टेफफोर्ड लैबोरेट्री लिमिटेड भगवानपुर में सुपरवाईजर का काम करता था, जहाँ दवाइयाँ बनती हैं। विकास जगसन पाल फार्मास्यूटिकल कम्पनी में हरिद्वार में मार्केटिंग का काम करता था। दोनों की कोरोना में नौकरी छूट गई थी। इसके बाद दोनों ने जैगसन पाँल कम्पनी एंव वर्लटर बूसनल कम्पनी की नकली दवाइयाँ तैयार कर मार्केट में बेचने का प्लान बनाया। ताकि मोटी रकम जमा सकें।
इसके बाद सचिन ने दिसम्बर 2022 से एक एसएस मेडिकोज नाम से एक फर्म खोली, जिसका प्रोपराईटर वही है, परन्तु यह फर्म दोनो की पार्टनरशिप फर्म है। जिसमें दोनों बराबर के पार्टनर हैं। नकली दवाइयां बनाने के लिए कच्चा माल रोलेक्स फार्मा बाम्बे की एक कम्पनी से खरीदते थे, जिसका भुगतान हमारे द्वारा ऑनलाइन किया जाता था, जहां से कच्चा माल विजयलक्ष्मी ट्रांसपोर्ट से रुड़की आता है। कच्चे माल की डिलीवरी हफ्ते में ली जाती है।
दोनों मिलकर फार्मास्यूटिकल कम्पनी एवं अन्य कम्पनी की दवाइयों को उनके कम्पोजिशन के आधार पर कुछ कम मात्रा में भरकर नकली दवाइयाँ बनाई जाती थी। जिसे हम अपनी एसएस मेडिकोज नाम की फर्म से सेल करते थे। एसएस मेडिकोज फर्म बनाने के लिए सचिन शर्मा ने ड्रग लाईसेन्स लिया है, जो वर्ष 2022 में बनाया था। फर्म का ऑफिस देहरादून में सहस्त्रधारा रोड़ पर खोला है, जहाँ से हम लोग उक्त दवाइयों को दिल्ली, लखनऊ एवं कोलकाता आदि शहरो में बेचते थे। मार्केटिंग में होने के कारण विकास के पहले से मेडिकल डीलरों से सम्पर्क थे । जिस पर हम लोग अन्य राज्यों के मेडिकल स्टोर को ये दवाइयाँ बेचते थे।
मोटी कमाई की
नकली दवाइयां बेचकर दोनों आरोपियों ने करोड़ों की कमाई की है। सचिन ने रेंजरोवर कार खरीदी। विकास ने रुड़की में 35 लाख रुपये का प्लॉट व 12 लाख रुपये की KIA सोनेट कम्पनी की गाड़ी खरीदी है । इसके अतिरिक्त उषा इन्क्लेव में 50 लाख रुपये का मकान व मकदूनपुर में फैक्ट्री के लिए चार बीघा जमीन भी खरीदी।
गिरफ्तार अभियुक्त
1- सचिन शर्मा (40) पुत्र नरेन्द्र कुमार शर्मा निवसी अशोका पुरम निकट गोदावरी होटल दिल्ली रोड़ थाना मंगलौर (हरिद्वार ) हाल पता- अमेजन कालोनी, सहस्त्रधारा रोड़ निकट एसआर पैट्रोल पम्प वाली गली नं0 03 रायपुर देहरादून
2- विकास (32 )पुत्र उदयवीर निवासी ग्राम बेड़ाआसा पोस्ट बेड़ाआसा तहसील जानसठ थाना सिखेडा (मुजफ्फरनगर) हाल पता- अमेजन कालोनी सहस्त्रधारा रोड़ थाना रायपुर, देहरादून
बरामद सामान
1- INDOCAP एस0आर0 कैप्सूल की 20 पेटी में रखे कुल 2500 डिब्बे कुल 7,50,000 कैप्सूल
2- नीले प्लास्टिक के 07 डिब्बों में रखे कुल 9,01,000 कैप्सूल
3- काली रंग की 11 प्लास्टिक की पन्नी में रखे 12,82,600 कैप्सूल
4- विभिन्न बैंको की 24 चौक बुक
5- INDOCAP एस0आर0 खाली कैप्सूल बाक्स के रैपर 3000
6- खाली कैप्सूल 1,00,000/-
7- दवाई बनाने हेतु कच्चा माल 50 किलो
8- सीलिंग हेतु कम्पनी के टेप रोल 107
9- कम्पनी का प्रिन्टेड फायल कवर बडे 15
10- कम्पनी के गत्ते की खाली पेटी 50
11- नकली दवाईयों की टैक्स इनवाइस बिल -07
12- HP लैपटाप -1,
13- मोबाइल फोन -07
14- रैंज रोवर गाडी (TO 923 CH7967B)
15- KIA गाडी ( UK 17R-2647) –
16- नकली दवाईयां बनाने के उपकरण
17- नकली दवाईयां बनाने की मशीनें